अक्सर लोग कई अलग अलग परीक्षाओं में शामिल होकर एक बेहतर और सरकारी नौकरी प्राप्त करने की तलाश में होते है | वहीं प्रत्येक वर्ष कई प्रतिशत अभ्यर्थी कॉलेज और एसएससी की परीक्षा में भी बैठते है, जिसमें से कई अभ्यर्थी इन की परीक्षा में सफलता प्राप्त कर लेते है, और कई अभ्यर्थी इस परीक्षा में सफलता प्राप्त करने में असफल हो जाते है |
इसके अलावा कॉलेज और एसएससी की परीक्षा में UFM का एक नियम होता है, जिसके तहत इस नियम का उलंघन करने पर अभ्यर्थियों को इसमें फेल कर दिया जाता है | इसलिए ऐसे कई अभ्यर्थी होते है जो कॉलेज और एसएससी की परीक्षा में सफलता तो प्राप्त करने में सफल हो जाते है, लेकिन UFM नियम का उलंघन फॉलो न करने पर उन्हें फेल कर दिए जाते है |
SSC में UFM नियम के अनुसार, यदि कोई अभ्यर्थी उत्तर पुस्तिका में “वास्तविक या काल्पनिक” नामों का इस्तेमाल करता है, तो उस उम्मीदवार को अयोग्य घोषित कर दिया जाता है। इसलिए यदि आप भी यूएफएम (UFM) के विषय में जानना चाहते है, तो यहाँ पर आपको UFM Full Form in Hindi , यूएफएम (UFM) का क्या मतलब होता है ? UFM Result इससे सम्बंधित सभी जानकारी बताई जाएगी।
यूएफएम (UFM) क्या है? यूएफएम का फुल फॉर्म
यूएफएम (UFM) एक ऐसा नियम है, जिसका पालन न करने पर अभ्यर्थियों का करियर दांव पर लग जाता है | 25 फरवरी, 2020 को SSC CHSL ने टीयर 2 2018 के परिणाम जारी किये गए थे और जिसमे कई अभ्यर्थियों ने अच्छे अंक प्राप्त किये थे, लेकिन यूएफएम का नियम फॉलो न करने पर उन्हें परीक्षा में फेल कर दिया गया था | जिसका कारण UFM का नियम था | UFM का मतलब है, अनफेयर मीन्स ।
SSC के “UFM” नियम ने कई कैंडिडेट्स को अयोग्य घोषित किया गया है, जो अभ्यर्थी CHSL की परीक्षा लिखित परीक्षा में शामिल हुए थे | परीक्षा में शामिल हुए उम्मीदवारों द्वारा साझा की गई जानकारी के मुताबिक, उन्होंने एग्जाम में पत्र -लेखन भाग में काल्पनिक नाम व पते का प्रयोग किया था।
यूएफएम के महत्वपूर्ण नियम
- यदि परीक्षार्थी SSC की UFM गाइडलाइन्स का उल्लंघन करते है और अगर वह अपना एड्रेस या अपनी कोई भी अन्य निजी जानकारी लेटर में डाल देते हैं, तो ऐसे में परीक्षार्थी को केवल जीरो नंबर ही प्रदान किया जाता है |
- यदि परीक्षा में शामिल अभ्यर्थी आंसर शीट में कहीं भी गलती से अपना नाम लिख देता है या फिर टीचर के सिग्नेचर कर देता है, तो ऐसी स्थिति में या तो अभ्यर्थी की आंसर शीट नहीं चेक की जाती है या उसे फेल ही कर दिया जाता है |
- अगर अभ्यर्थी एग्जाम पेपर के बाहर या अंदर किसी भी तरह जानकारी भर देता है, तो उसे इस नियम न फॉलो करने की वजह से फेल कर दिया जाता है |
- अभ्यर्थी को एसएससी की आंसर शीट पर किसी भी प्रकार की जानकारी भरने की अनुमति नहीं प्रदान की जाती है, ऐसा करने पर अभ्यर्थी को केवल जीरो नंबर ही दिया जाता है |
- यदि अभ्यर्थी परीक्षा में 10 फीसदी शब्दों के ऊपर अंकों का इस्तेमाल करके निबंध लिखता है, तो इसके लिए अभ्यर्थी के पेपर में नंबर काट लिए जाते है |