RBI द्वारा जारी किया गया डिजिटल रुपया क्या है? जानकारी इसके फायदे
पायलट प्रोजेक्ट
इस परीक्षण के तहत सरकारी प्रतिभूतियों में द्वितीयक बाजार लेनदेन का निपटान किया जाएगा। RBI ने 'केंद्रीय बैंक डिजिटल मुद्रा' लाने की अपनी योजना की दिशा में एक कदम के रूप में डिजिटल रुपये का पायलट परीक्षण शुरू करने का निर्णय लिया है।
केंद्रीय बैंक की डिजिटल करेंसी के बारे में पेश की गई अपनी कॉन्सेप्ट रिपोर्ट में आरबीआई ने कहा था कि इस डिजिटल करेंसी को लाने का मकसद करेंसी के मौजूदा रूपों की पूर्ति करना है। यह मौजूदा भुगतान प्रणालियों के साथ उपयोगकर्ताओं को अतिरिक्त भुगतान विकल्प प्रदान करेगा।
फ़िलहाल इनमें स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनियन बैंक ऑफ इंडिया, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिंद्रा बैंक, यस बैंक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एचएसबीसी बैंक शामिल हैं। इसे सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी यानी CBDC नाम दिया गया है और भारत की यह पहली डिजिटल करेंसी आपके लिए बहुत कुछ बदलने वाली है।
डिजिटल रुपया के फायदे(rbi digital currency)
- व्यापार में पैसों का लेन-देन आसान रहेगा।
- सीबीडीसी मोबाइल वॉलेट की तरह सेकंड में बिना इंटरनेट के लेनदेन की अनुमति देगा
- चेक, बैंक खाते से लेन-देन का झंझट नहीं होगा।
- जाली नोटों की समस्या से निजात मिलेगी।
- कागज के नोट छापने का खर्च बचेगा
- भौतिक नोटों की तुलना में डिजिटल मुद्रा की जीवन रेखा अनिश्चित होगी
- CBDC मुद्रा को भौतिक रूप से नष्ट, जलाया या फाड़ा नहीं जा सकता है.